ॐ सांई राम
हमसे कैसे दूर जाओगे
जब कभी हम पुकारेंगे तुमको
साईं तुम तो दौड़े आओगे
अपने भक्तों की दुःख भरी आहें
उनकी गम में तड़प रही आँखें
वो ही आँखें तुम्हे बुलाएंगी
फिर तो साईं दौड़े आओगे
हमसे कैसे दूर जाओगे
जब कभी हम पुकारेंगे तुमको
साईं तुम तो दौड़े आओगे
जो शिर्डी तेरा बसेरा था
उस शिर्डी में जो भी जाता है
और दर्शन करे समाधी के
उसे गले से तुम लगाओगे
हमसे कैसे दूर जाओगे
जब कभी हम पुकारेंगे तुमको
साईं तुम तो दौड़े आओगे
अपने भक्तों से तुमको प्यार तो था
इसीलिये ही वचन निभाते हो
जब कोईदिल से पुकारेगा तुम्हे
फिर तो बाबा दौड़े आओगे
हमसे कैसे दूर जाओगे
जब कभी हम पुकारेंगे तुमको
साईं तुम तो दौड़े आओगे
यह प्रस्तुति बहन रविंदर जी द्वारा पेश की गयी है
यह प्रस्तुति बहन रविंदर जी द्वारा पेश की गयी है
Kindly Provide Food & clean drinking Water to Birds & Other Animals,
This is also a kind of SEWA.