ॐ सांई राम
आँखें बंद करूँ या खोलूँ मुझको दर्शन दे देना
आँखें बंद करूँ या खोलूँ मुझको दर्शन दे देनादर्शन दे देना साईं मुझे दर्शन दे देना
आँखें बंद करूँ या खोलूँ मुझको दर्शन दे देना
मैं नाचीज़ हूँ बन्दा तेरा तू सबका दाता है
तेरे हाथ में सारी दुनियाँ मेरे हाथ में क्या है
तुझको देखूँ जिसमे ऐसा दर्पण दे देना
आँखें बंद करूँ या खोलूँ मुझको दर्शन दे देना
मेरे अन्दर तेरी लहरें रिश्ता है सदियों का
जैसे इक नाता होता है सागर से नदियों का
करूँ साधना तेरी केवल साधन दे देना
आँखें बंद करूँ या खोलूँ मुझको दर्शन दे देना
हम सब हैं सीतायें तेरी हम सब राम तुम्हारे
तेरी कथा सुनते जायेंगे बाबा तेरे सहारे
इस जंगल में चाहे लाखों रावण दे देना
आँखें बंद करूँ या खोलूँ मुझको दर्शन दे देना
मेरी माँग बड़ी साधारण मन में आते रहियो
हर इक सांस के पीछे अपनी झलक दिखाते रहियो
नाम तेरा ले आख़िर तक वो धड़कन दे देना
आँखें बंद करूँ या खोलूँ मुझको दर्शन दे देना
-: आज का साईं सन्देश :-
कृपा करें करतार जब,सब कारज साध जाय |पंगू चढ़े पहाड़ पर,गूँगा वाणी पाय ||
वंशी यह जाने नहीं,नाद कहाँ से आय |वादक ही जाने इसे,फूंक दिये बज जाय ||
Kindly Provide Food & clean drinking Water to Birds & Other Animals,
This is also a kind of SEWA.