यहाँ साईं ने पानी से दिये जलाये है अपने चमत्कार दिखाये है श्रद्धा सबुरी का पाठ पढाये है सबका मालिक एक की बात बताये है जय हो जय हो द्वारकामाई | यहाँ सबकी झोली भरती है यह सबका पेट भरती है यह द्वारकामाई सबकी माई है जय हो जय हो द्वारकामाई | यह ग्यारह वचन निभाती है सबकी बिगरी बनाती है मन मैं विशवास रखो मेरे भाई इसके दर्शन करो भाई जय हो जय हो द्वारकामाई
शिर्डी का सच्चा दरबार जय साईं राम शिर्डी का सच्चा दरबार शिर्डी का सच्चा दरबार है यहाँ रहते साईं सरकार है सच्चे मन से जो भी जाये उसका बेडा पार है शिर्डी का सच्चा दरबार है | समाधी मंदिर से चावडी तक पालकी निकलती हर वीरवार है ढोल नगारे के साथ भक्त नाचते बाबा की होती जय जय कार है शिर्डी का सच्चा दरबार है हिन्दू मुस्लिम सिख ईसाई सब मिल कर मनाते हर त्यौहार है झूम झूम कर सभी नाचते मानो शिर्डी में आई बहार है शिर्डी का सच्चा दरबार है