$ 0 0 ॐ साईं रामकंधे पे लटका के झोली,चलता एक फकीर है,सुख-दुःख सबके देख रहा है,बदल रहा तकदीर है |द्वारकामाई में धूनी रमा के रहता है यह संतउदी खिला के, तन पे लगा के, करे बिमारी का अंत