ॐ श्री साँई राम जी
जिधर देखूं उधर साई, तेरा दीदार हो जाये
करम हो गर तेरा साई, तो बेड़ा पार हो जाये
तुम्ही रामा मेरे साई तुम्ही कृष्णा मेरे साई
तुम्ही रामा मेरे साई तुम्ही कृष्णा मेरे साई
तेरे बिन मैं ना रह पाऊँ, मेरे बिन तू ना रह पाये
मिलन ऐसा मेरे साई, यूँ बारम्बार हो जाये
जिधर देखूं उधर साई, तेरा दीदार हो जाये
करम हो गर तेरा साई, तो बेड़ा पार हो जाये
तुम्ही रामा मेरे साई तुम्ही कृष्णा मेरे साई