$ 0 0 ॐ साईं रामदर दर मैं तो भटक रहा था …दर दर मैं तो भटक रहा था …अपना बनाया साईं ने |कई जन्मो से तड़प रहा था ...अपना बनाया साईं ने ...मुझे अपनाया साईं ने | ख़ुद खाया तो क्या खाया,अपनी भूख बुझाय |जो भूखों को खाना दे,वो साईं को भाये |*********************************************************************