ॐ साँई राम
!!ॐ साँईं राम!!
मेरे साँईं अपनी कृपा से मुझे भक्ति दो
मेरे साँईं अपनी कृपा से मुझे शक्ति दो
नाम जपता रहूँ काम करता रहूँ
तन से सेवा करूँ मन में संयम धरूँ
मेरे साँईं अपनी कृपा से मुझे भक्ति दो
कितनी भी ये दुनिया हसींन हो
साँई के दर की बात निराली
जीने को तो सब जीते है
पर साँई के संग की बात निराली
प्रीत लगी तोहे नाम की
मोहे मिलो तो साँई राम ||
मेरे साँईं अपनी कृपा से मुझे भक्ति दो
मेरे साँईं अपनी कृपा से मुझे शक्ति दो
नाम जपता रहूँ काम करता रहूँ
तन से सेवा करूँ मन में संयम धरूँ
मेरे साँईं अपनी कृपा से मुझे भक्ति दो
कितनी भी ये दुनिया हसींन हो
साँई के दर की बात निराली
जीने को तो सब जीते है
पर साँई के संग की बात निराली
प्रीत लगी तोहे नाम की
मोहे मिलो तो साँई राम ||
!!ॐ साँईं राम!!