$ 0 0 ॐ साँई रामसोचा थोड़ा भीड़ से किनारा कर लूँथोड़ा गुमनामी में रह कर गुजारा कर लूँपरिवार को कैसे भीड़ का हिस्सा कर लूँबिना सांसों के मैं कैसे दम भर लूँनीर बिना रहे कभी मीन नहींसाँईं नाम बिना कोई जीन नहींदर पर माथा टेके वो हीन नहींबात बाबा की निकली वो महीन नहीं