ॐ सांँई राम
लीला तेरी अपरम्पार
सजा रहे तेरा दरबार
बच्चे तेरे करें पुकार
रहे तेरी कृपा का अंबार
करूँ वंदना बारम्बार
जब भी आऊं तेरे द्वार
कर नज़र की कृपा मेरे साँईं
तेरा सुखी रहे यह परिवार
आज फिर एक टीस उठी मन में भारी
ना आये इस परिवार पर कभी विपदा भारी
पुत्र की भेंट तेरे चरणों में की अर्पण
दिखे सदा यह परिवार खुशियों का दर्पण