ॐ सांई राम
ज़िन्दगी से मुझे बहुत कुछ सीखना है,
तभी तो मैं इस दौर से गुजर रही हूँ।
मैं बहुत ही झूठी ज़िन्दगी जी रही थीं, सच्चाई तो अब देख रही हूँ,
जो बहुत कड़वी है, दुख भरी है, सही शब्द है कि असहनीय है...
ये समय भी बीत जाएगा
पर मुझे विश्वास है कि बाबा आप हर पल मेरे साथ है....
जैसे हमेशा आप से अपना हाथ हमारे सिर पर रखा है,
वैसे ही आज और हमेशा भी रखेगें
सांई जी सब पर कृपा करो
मैं क्या जानूं मेरे सांई,
तूं जाने मेरी किसमे भलाई
बस, सहारा तेरा मेरे सांई
सांई राम तूं आप है,
प्रभु संकट मोचन हार
क्षमा करो अपराध मम
दे कर अपना प्यार
बाबा क्षमा करो सांई... मेरे अपराध.. मेरे पाप....
जानती हूँ इस काबिल मैं नहीं पर जैसी भी हूँ ,हूँ तो बेटी आप की ही...
बाबा मुझसे जो भी गलतियाँ हुई है उसे क्षमा करो बाबा
दया, कृपा, क्षमा, मेहर सांई