Quantcast
Channel: Shirdi Ke Sai Baba Group (Regd.)
Viewing all articles
Browse latest Browse all 4286

साईं वाणी भाग (7)

$
0
0
ॐ सांई राम


साईं वाणी भाग (7)

ऐसे मन जब होवे लीन, जल में प्यासी रहे न मीन ।

चित चढ़े एक रंग अनूप, चेतन हो जाये साईं स्वरूप ।।


जिसमें साईं नाम शुभ जागे, उसके पाप ताप सब भागें।
मन में साईं नाम जो उचारे, उस के भागें भ्रम भय सारे।।
 
सुख-दुःख तेरी देन हैं, सुख-दुःख में तू आप ।
रोम-रोम में हैं साईं, तू ही रहयो व्याप ।।

जय जय साईं सच्चिदानन्द, मुरली मनोहर परमानन्द ।
परब्रहम परमेश्वर गोविंदा, निर्मल पावन ज्योत अखण्ड।।

एकई ने सब खेल रचाया, जो देखो वो सब है माया ।
एको एक है भगवान, दो को तू ही माया जान ।।

बाहर भ्रम भूलेई संसार, अन्दर प्रीतम साईं अपार ।
जा को आप बजाहे भगवंत, सो ही जाने साईं अनन्त।।

जिस में बस जाए साईं सुनाम, होवे वह जैम पूरण काम ।
चित में साईं नाम जो सिमरे, निश्चय भवसागर से तरे।।

साईं सुमिरन होवे सहाई, साईं सुमिरन है सुखदायी ।
साईं सुमिरन सबसे ऊँचा, साईं शक्ति गुण ज्ञान समूचा।।

सुख दाता आपद हरण, साईं गरीब निवाज ।
अपने बच्चों के साईं, सभी सुधारे काज ।।


ॐ  साईं श्री साईं जय जय साईं

Viewing all articles
Browse latest Browse all 4286

Trending Articles



<script src="https://jsc.adskeeper.com/r/s/rssing.com.1596347.js" async> </script>