ॐ सांई राम
इक अर्ज़ी मेरे घनश्याम के प्यारी राधे रानी भी संग लाना
लिख दी है मैं बस अपने दिल से तुमको साईंजी इक अर्ज़ी
मानो न मानो जानो न जानो आगे तुम्हारी है मर्ज़ी
तेरा होगा ये बड़ा ये एहसान के प्यारी राधे रानी भी संग लाना
कान्हा बन के जो आओ साईं राम तो प्यारी राधे रानी भी संग लाना
गैयन का ग्वाला बन के जो आना मुरली की धुन फिर सुनाना
नटखट झट से मटकी जो फोड़ो माखन मुझे ही खिलाना
जब छेड़ो कोई मुरली की तान तो प्यारी राधे रानी भी संग लाना
कान्हा बन के जो आओ साईं राम तो प्यारी राधे रानी भी संग लाना
राधा बिना कान्हा होली न खेले कान्हा बिना राधा रानी
होली खेलो संग हमरे ओ साईं रंगों में रंग जाये दीवानी
जब हाथों में हो थोडा सा गुलाल, जब रंगों में हो साईं का कमाल
तो प्यारी राधे रानी भी संग लाना
कान्हा बन के जो आओ साईं राम तो प्यारी राधे रानी भी संग लाना
होली खेलो संग हमरे ओ साईं रंगों में रंग जाये दीवानी
जब हाथों में हो थोडा सा गुलाल, जब रंगों में हो साईं का कमाल
तो प्यारी राधे रानी भी संग लाना
कान्हा बन के जो आओ साईं राम तो प्यारी राधे रानी भी संग लाना
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-: आज का साईं सन्देश :-
राजवंशी राजा हुए,
यादव वंश सुहाय |
देवगिरी राजा बड़े,
महादेव कहलाय ||
हेमान्द्री से राज सचिव,
उच्च कोटि विद्वान् |
मैं मूरख व मन्दमति,
मुझे न कोई जान ||
-: आज का साईं सन्देश :-
राजवंशी राजा हुए,
यादव वंश सुहाय |
देवगिरी राजा बड़े,
महादेव कहलाय ||
हेमान्द्री से राज सचिव,
उच्च कोटि विद्वान् |
मैं मूरख व मन्दमति,
मुझे न कोई जान ||
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