भगतों के दुःख काटना तेरे काम है साईं, मुझ को बुला ले अपने शिर्डी धाम साईं, मैं कहता रहूँ ॐ साईं, राम साईं, दुःख भंजन है तेरा नाम साईं ||
यह सौँप दिया सारा जीवन, सांई नाथ तुम्हारे चरणो मेँ। अब जीत तुम्हारे चरणोँ मेँ, अब हार तुम्हारे चरणोँ मेँ॥ मैँ जग मेँ रहूँ तो ऐसे रहूँ, ज्योँ जल मेँ कमल का फूल रहे। अब सौँप दिया सारा जीवन, सांई नाथ तुम्हारे चरणो मेँ।