ॐ सांई राम
मन में उमंग ले के आया तेरी शरण में
दया कर ओ साईं बिगड़ी मेरी बना दे
लीला तेरी है न्यारी ओ विश्व के विधाता
कोई न जान पाया जीवन मरण का नाता
तू है अन्तर्यामी तू है मेरा दाता
मन में उमंग ले के आया तेरी शरण में
तेरे बिना ये धरती उजड़ा चमन है साईं
तेरे बिना ये जीवन अज्ञान की है खाई
त्रिलोक के हो स्वामी मेरे भाग तू जगा दे
मन में उमंग ले के आया तेरी शरण में
साईं तू अमर है कभी न मिटने वाला
रस, रंग, गंध जीवन सब तुझ में ही समाया
ये आत्मा की शान्ति तेरे चरण मैं पाऊँ
मन में उमंग ले के आया तेरी शरण में
मन में उमंग ले के आया तेरी शरण में
दया कर ओ साईं बिगड़ी मेरी बना दे
मन में उमंग ले के आया तेरी शरण में
दया कर ओ साईं बिगड़ी मेरी बना दे
लीला तेरी है न्यारी ओ विश्व के विधाता
कोई न जान पाया जीवन मरण का नाता
तू है अन्तर्यामी तू है मेरा दाता
मन में उमंग ले के आया तेरी शरण में
तेरे बिना ये धरती उजड़ा चमन है साईं
तेरे बिना ये जीवन अज्ञान की है खाई
त्रिलोक के हो स्वामी मेरे भाग तू जगा दे
मन में उमंग ले के आया तेरी शरण में
साईं तू अमर है कभी न मिटने वाला
रस, रंग, गंध जीवन सब तुझ में ही समाया
ये आत्मा की शान्ति तेरे चरण मैं पाऊँ
मन में उमंग ले के आया तेरी शरण में
मन में उमंग ले के आया तेरी शरण में
दया कर ओ साईं बिगड़ी मेरी बना दे
मन में उमंग ले के आया तेरी शरण में
आप सभी से अनुरोध है कि कृपा करके परिन्दो-चरिन्दो को भी उत्तम भोजन एवम पेय जल प्रदान करे, आखिर उनमे भी तो साई जी ही समाये है।
बाबा जी ने स्वयं इस बात की पुष्टि की है कि मुझे सभी जीवो में देखो।
बाबा जी ने स्वयं इस बात की पुष्टि की है कि मुझे सभी जीवो में देखो।