ॐ सांई राम
साँईं जपना, रे साँईं जपना
ओ मेरी रसना साँईं जपना
जप ले साँईं जो मन मेरे
कट जाएँ चौरासी फेरे
छुट जाए तेरा जीना मरना
ओ मेरी रसना साँईं जपना
साँईं साँईं साँईं साँईं
श्रद्धा सबुरी का पी ले प्याला
हो जाये जीवन में उजाला
साँईं की सेवा सदा करना
ओ मेरी रसना साईं जपना
साँईं साँईं साँईं साँईं
जो साँईं को हर पल पुकारे
हो जाते साँईं के दुलारे
छूटे जग सारा, साँईं छूटे ना
ओ मेरी रसना साँईं जपना