मोको कहां ढूढे रे बन्दे
मोको कहां ढूढे रे बन्देमोको कहां ढूढे रे बन्देमैं तो तेरे पास मेंना तीर्थ मे ना मूर्त मेंना एकान्त निवास मेंना मंदिर में ना मस्जिद मेंना काबे कैलास मेंमैं तो तेरे पास में बन्देमैं तो तेरे पास मेंना मैं...
View Article"सबका मालिक एक है"
"सबका मालिक एक है"रंग अलग है रूप अलग है, भाव सब में एक हैघाट अलग है ,लहरे अलग है, जल तो सब में एक है ||काले गोरे पीले तन में, खून का रंग तो एक है ,प्रेम की भाषा अलग अलग है, प्रेम तो सब में एक है ||पेड...
View Articleमाँ-बाप को भूलना नहीं|
माँ-बाप को भूलना नहीं|भूलो सभी को मगर, माँ-बाप को भूलना नहीं।उपकार अगणित हैं उनके, इस बात को भूलना नहीं।।पत्थर पूजे कई तुम्हारे, जन्म के खातिर अरे।पत्थर बन माँ-बाप का, दिल कभी कुचलना नहीं।।मुख का...
View Articleऐसी लागी लगन, मीरा हो गई मगन
ऐसी लागी लगन, मीरा हो गई मगनहीरे मोंती से नही शोभा है हाथ की,है हाथ जो भगवान् का पूजन किया करे,मर कर भी अमर है नाम उस जिव का जग मैं,प्रभु प्रेम में बलिदान जो जीवन किया करे ...!ऐसी लागी लगन, मीरा हो गई...
View Articleक्यों कहते हैं मां-बाप को धरती के भगवान
क्यों कहते हैं मां-बाप को धरती के भगवानएक बहुत बड़ा पेड़ था। उस पेड़ के आस-पास एक बच्चा खेलने आया करता था। बच्चे और पेड़ की दोस्ती हो गई। पेड़ ने उस बच्चे से कहा तू आता है तो मुझे बहुत अच्छा लगता है।...
View Articleमाँ संवेदना है, भावना है, अहसास है
माँ संवेदना है, भावना है, अहसास हैमाँ संवेदना है, भावना है, अहसास हैमाँ जीवन के फूलों में, खूशबू का वास हैमाँ रोते हुए बच्चे का, खुशनुमा पालना हैमाँ मरूस्थल में नदी या मीठा-सा झरना हैमाँ लोरी है, गीत...
View Articleनवधा भक्ति
नवधा भक्तिरामचरितमानस (अरण्यकाण्ड)नवधा भक्तिश्री राम जी और शबरी जी का मिलनदो:-कंद मूल फल अति दिए राम कहूँ आणि | प्रेम सहित प्रभु खाए बारंबार बखानी || अर्थात-शबरी जी ने रसीले और स्वादिष्ट फल लाकर...
View Articleसाप्ताहिक ध्यान लाभ
साप्ताहिक ध्यान लाभसाप्ताहिक ध्यान लाभआया जब जब वार प्रिय सोमहर हर महादेव बोले मेरा रोम रोमदिन आया जब फिर मंगलकारीबजरंगी जी ने हर विपदा टारीकरते हैं हर काम वह शुध्दजब आये गणपति का दिन बुधसबसे उत्तम दिन...
View Articleआपके चरणों में बसे प्राण है
आपके चरणों में बसे प्राण हैआपके चरणों में बसे प्राण है,तेरे वचन मेरे गुरु समान है ।आपकी राहों पे चलता दास है,ख़ुशी नहीं कोई जीवन उदास है ।आंसु की धारा में डूबता किनारा,जिंदगी में दर्द, नहीं गुज़ारा...
View Articleउद्धार करो भगवान तुम्हरी शरण पड़े।
उद्धार करो भगवान तुम्हरी शरण पड़े।'तेरी किस्मत दा लिखा,तेरे को कोई खो नई सकदा,जे उस दी मेहर होवे ते,तेनु ओ वी मिल जाए,जो तेरा हो नई सकदा।'उद्धार करो भगवान तुम्हरी शरण पड़े।भव पार करो भगवान तुम्हरी शरण...
View Articleऐसी खुबसूरती हम सबको बक्श दो भगवन
ऐसी खुबसूरती हम सबको बक्श दो भगवनखूबसूरत है वो...लब जिन पर दूसरों के लिए एक दुआ हैमुस्कान जो दूसरों की खुशी देख कर खिल जाएदिल जो किसी के दुख मे शामिल हो जाएऔर किसी के प्यार के रंग मे रंग जाएजज़्बात जो...
View Articleमेरा स्वर्ग है गुरुद्वार, गुरु है मेरा पालनहार
मेरा स्वर्ग है गुरुद्वार, गुरु है मेरा पालनहारजाऊ न मै किसी मदिर में,न जाऊ किसी के द्वार,गुरु जब मेरा समर्थ है,गुरु है मेरा पालनहार,मै भिखारी गुरु के आगे,दया की भीख मांगता हूँ,भीख के एक टुकड़े से,भरपेट...
View Articleसचमुच तुम मर्यादा पुरुषोत्तम हो राम!
सचमुच तुम मर्यादा पुरुषोत्तम हो राम! माता शबरी बोली- यदि रावण का अंत नहीं करना होता तो राम तुम यहाँ कहाँ से आते?"राम गंभीर हुए। कहा, "भ्रम में न पड़ो अम्मा! राम क्या रावण का वध करने आया है? छी... अरे...
View ArticleGod can be secured with Love Alone
God can be secured with Love AloneThis is a small story in the Mahabharata. With a view to get Lord Krishna exclusively for herself, Satyabhama, one of His consorts, went to Sage Narada and requested...
View Articleहर जन ठिकरा साल के नाम पीटता है
हर जन ठिकरा साल के नाम पीटता हैबहुत बुरा गुजरा यह सालइस साल हुई बहुतेरी कमाईबेटा लाया हैं निकम्मी बहूबेटी की शादी ने लुटिया डुबाईकुछ भी हो कुछ भी बीतता हैहर जन ठिकरा साल के नाम पीटता हैकर्मों की मैली...
View Articleसृष्टि के कण-कण में भगवान समाये हैं....
सृष्टि के कण-कण में भगवान समाये हैं....एक गांव मे एक मंदिर मे एक पुजारी था और बो बड़े नियम से भगवान की पूजा करता था और उसको या गांव वालो को कोई भी परेशानी होती थी तो बो कहता था धैर्य रखो भगवान सब ठीक कर...
View Articleदीपक एक जलाना साथी
दीपक एक जलाना साथीदीपक एक जलाना साथीगुमसुम बैठ न जाना साथी!दीपक एक जलाना साथी!!सघन कालिमा जाल बिछाएद्वार-देहरी नज़र न आएघर की राह दिखाना साथी!दीपक एक जलाना साथीघर औ'बाहर लीप-पोतकरकोने-आंतर...
View Articleप्रकृति की रक्षा करें
प्रकृति की रक्षा करेंपढ़-पढ़ कर पोथीयाँ पंडित जी कहायेढाई आखर प्रेम का हृदय ना धारे कोयेगर बांचते नाम भी दिल से राम जी कातो ना कहाते अंश कभी भी रावण कामैं ना जानू दीन धर्म का फलसफापूरी दुनिया से हूँ...
View Articleयह जो सिर चढ़कर बोलता है, गुरू कृपा का ही असर डोलता है
यह जो सिर चढ़कर बोलता है, गुरू कृपा का ही असर डोलता हैयह जो सिर चढ़कर बोलता हैगुरू कृपा का ही असर डोलता हैकब से अनजान था खुद से ही मैंअब तेरे भक्तों में ढूंढता खुद को मैंकभी गरूर था अपनी कामयाबी परजबकि...
View Article5 Moral Evils... Kaam, Krodh, Lobh, Moh & Ahankaar
5 Moral Evils... Kaam, Krodh, Lobh, Moh & AhankaarKaam: refers to lust and illegitimate sex. It is one of the greatest evils that tempts people away from God. It makes an individual weak-willed and...
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